अब अमरीका के बाद इस्राईल पर पड़ा इराक़ी संसद का तमाचा, वाशिंग्टन भी चारों ख़ाने चित
इराक़ की संसद ने बहुमत से प्रस्ताव पारित करके इस्राईल के साथ रिश्ते सामान्य करने की हर कोशिश को अपराध घोषित कर दिया है।
.....गुरुवार को होने वाली बैठक में सांसदों ने साफ़ शब्दों में कहा कि इराक़ हमेशा फ़िलिस्तीन का समर्थक और इस्राईल के ग़ैर क़ानूनी क़ब्ज़े का विरोधी रहेगा और इस्राईल से किसी भी तरह का रिश्ता अपराध है।....एक सांसदने कहा कि इस प्रस्ताव के पारित होने से इराक़ी जनता की इस इच्छा का एलान हो गया कि इराक़ फ़िलिस्तीन का समर्थक है और रहेगा।
इराक़ में जनता या संसद किसी को भी इस्राईल से रिश्ते क़ायम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है और यह हम सब के लिए गर्व की बात है। इस क़ानून के अनुसार सारे इराक़ी संस्थान चाहे सरकारी हों ग़ैर सरकारी हों, कंपनियां हों या आम लोग, देश के भीतर या बाहर यहां तक कि इस्राईल से राजनैतिक, प्रचारिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेलकूद किसी भी क्षेत्र में कोई संबंध नहीं रखेंगे।
यहां तक कि इराक़ में रहने वाले विदेशी भी इस्राईल से किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रख सकते। इराक़ में इस्राईल से रिश्तों को अपराध घोषित करने वाले प्रस्ताव को टीकाकार इराक़ में अमरीका की नाकाम की मिसाल मानते हैं। जानकार सूत्र कहते हैं कि अमरीकी दूतावास ने चुपके चुपके प्रस्ताव को रोकने की बड़ी कोशिश की मगर उसे कामयाबी नहीं मिली। बग़दाद से आईआरआईबी के लिए जलाल ख़ालेदी की रिपोर्ट