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ईरान सहित पूरी दुनिया हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के शोक में डूबी
Jan १७, २०२१ ११:००पैग़म्बरे इस्लाम (स) की सुपुत्री हज़रत फातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के अवसर पर ईरान सहित पूरी दुनिया में शोक मनाया जा रहा है।
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विशेष कार्यक्रमः पैग़म्बरे इस्लाम (स) की लाडली बेटी की ज़िदगी में अजीबो ग़रीब घटनाएं घटीं, हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) की हस्ती सुन्नी धर्मगुरुओं की नज़र में
Jan १७, २०२१ ०८:००ईश्वर ने पैग़म्बरे इस्लाम को उस काल में पुत्री प्रदान की जब लड़की का पैदा होना परिवार के लए बेइज़्ज़ती समझा जाता था। पैग़म्बरे इस्लाम अपनी लाडली बेटी का बहुत अधिक सम्मान करते थे और जब भी वह हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा को देखते थे उनके सम्मान में अपनी जगह से खड़े हो जाते थे, उनके पास जाते थे और उनके छोटे छोटे हाथों को चूमते थे और कभी अपनी लाडली बेटी को अपने सीने से लगाते थे और निरंतर चूमते रहते थे। उनका एक मशहूर कथन है कि मुझे फ़ातेमा से स्वर्ग की ख़ुशबू महसूस होती है।
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वीडियो रिपोर्टः पैग़म्बरे इस्लाम (स) की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) की शहादत के मौक़े पवित्र नगर में मशहद में कैसी है तैयारी? श्रद्धालुओं के जज़्बे को सलाम
Jan १६, २०२१ १८:२५हज़रत अली पैग़म्बरे इस्लाम की बेटी को क़ब्र के हवाले करते हुए रो रहे हैं और उनका दिल, दुनिया की याद में खोए हुए लोगों की अज्ञानता की वजह से दर्द से भर हुआ है।इन शा अल्लाह हज़रत फ़ातेमा ज़हरा हमारी मदद करेंगी। हज़रत ज़हरा से हमें विशेष आस्था है। उनकी शहादत पर पूरी दुनिया के शियों से संवेदना व्यक्त करते हैं। ... एक महिला के शब्द हज़रत ज़हरा ने अपने दौर में समाज में बहुत बड़ा सांस्कृतिक योगदान दिया और बच्चों के पालन पोषण में बहुत अहम रोल निभाया। इसी तरह हज़रत अली की ख़िलाफ़त के अधिकार के लिए ...
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फ्रांस में बढ़ता इस्लामोफ़िया, 76 मस्जिदों की होगी जांच, मैक्रां सरकार का दोहरा रवैया, चरमपंथ के जन्मदाताओं से दोस्ती, पीड़ितों से दुश्मनी!
Dec ०६, २०२० १५:३२फ्रांस में इस समय इस्लामोफ़ोबिया अपने चरम पर है। मैक्रां सरकार लगातार इस देश के मुसलमानों और उनके पवित्र स्थलों को निशाना बना रहे हैं। इस बी फ्रांस में मौजूद 76 मस्जिदों की इस देश की सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। फ्रांसीसी सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि, देश के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि क्या फ्रांस में मौजूद मस्जिदों में कट्टरपंथ की शिक्षा दी जा रही है।
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क्या फ़्रांसीसी राष्ट्रपति को हिटलर कहकर पाकिस्तानी मंत्री ने ग़लती की? मैक्रां से हमारा एक सवाल है अलबत्ता हमें मालूम है कि वह जवाब नहीं देंगे!
Nov २३, २०२० ०९:०१पाकिस्तान और फ़्रांस के संबंध इस समय बहुत ख़राब हो गए हैं क्योंकि पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद के अपमानजनक कार्टून के मसले पर फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां के रवैए ने पाकिस्तान की जनता और सरकार सबको बेहद आक्रोश दिला दिया है। फ़्रांस के ख़िलाफ़ पूरे इस्लामी जगत में नाराज़गी है और फ़्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार का आंदोलन चल रहा है।
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पैग़म्बरे इस्लाम के अनादर का समर्थन करके विश्व स्तर पर आलोचना झेल रहे फ़्रांसीसी राष्ट्रपति ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से लगाई गुहार...मस्जिदों के इमामों की काउंसिल बनाने का दिया प्रस्ताव
Nov १९, २०२० २०:१४फ़्रांस के राष्ट्रपति भवन एलीज़ा पैलेस की ओर से घोषणा की गई है कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने बुधवार की शाम देश के मुस्लिम धर्मगुरुओं को बुलाकर उनसे मुलाक़ात की और वर्तमान संकट से बाहर निकलने का रास्ता पूछा जिस पर धर्मगुरुओं ने मस्जिदों के इमामों की नेशनल काउंसिल बनाने का प्रस्ताव दिया।
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फ़्रांस के दो बड़े अख़बारों की पड़ताल...पैग़म्बरे इस्लाम के अनादर से गंभीर संकट में फंस गया फ़्रांस...उबर पाना कठिन...ईसाई देश भी कर रहे हैं आलोचना
Nov १८, २०२० १८:५४फ़्रांस के दो मशहूर अख़बारों ने अलग अलग लेख में उस संकट का जायज़ा लिया है जिसमें पैग़म्बरे इस्लाम के अनादर पर आधारित कार्टून के प्रकरण के चलते यह देश फंस गया है।
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फ्रांस के दावे की खुली पोल, "हम मोहम्मद (से) प्यार करते हैं" डाक टिकट छापने की नहीं दी इजाज़त
Nov ०५, २०२० १९:००अभिव्यक्ति की आज़ादी का दावा करने वाले फ्रांस ने ईरानी छात्रों द्वारा “हम मोहम्मद से प्यार करते हैं” के डाक टिकटों को छापने की मांगी गई इजाज़त को देने से इंकार कर दिया।
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भारत में भी फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार की उठने लगी मांग
Nov ०५, २०२० १५:३२अंतिम ईश्वरीय दूत पैग़म्बरे इस्लाम (स) के अपनाजनक कॉर्टून को प्रकाशित करने और अभिव्यक्ति के आज़ादी के नाम पर फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा मुसलमानों के ख़िलाफ़ दिए गए ज़हरीले बयान के ज़हर का असर अब उलटा फ्रांस को ही नुक़सान पहुंचाने लगा है। इस समय दुनिया के बहुत सारे देशों में फ्रांसीसी राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। साथ ही फ्रांस के उत्पादों का बहिष्कार भी शुरू हो गया है। इस बीच भारत में भी फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार की मांग उठने लगी है।
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यूएई का घिनौना चेहरा एक बार फिर आया सामने, मैक्रां के बयान का किया समर्थन
Nov ०२, २०२० १७:०३संयुक्त अरब इमारात का घिनौना चेहरा एक बार फिर दुनिया के सामने आया है। पैगंबरे इस्लाम (स) की शान में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां के बयान की निंदा करने के बजाए यूएई के मंत्री ने उनके बयान का समर्थन किया है।